बजाज ऑटो ने हाल ही में दुनिया की पहली सीएनजी बाइक “फ्रीडम 125” लॉन्च की है, जो प्रदूषण कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कदम से स्पष्ट होता है कि कंपनी क्लीन फ्यूल तकनीक में निरंतर प्रयासरत है। इसके साथ ही, कंपनी ने इंडिया बायो-एनर्जी एंड टेक (IBET) एक्सपो 2024 में अपनी लोकप्रिय बाइक Bajaj Pulsar NS160 का नया फ्लेक्स फ्यूल संस्करण भी पेश किया है। यह एक्सपो सस्टेनेबल फ्यूल से संबंधित प्रोडक्ट्स को प्रदर्शित करता है, जिसका आयोजन इंडियन फेडरेशन ऑफ ग्रीन एनर्जी और एमएम एक्टिव साइंस-टेक कम्युनिकेशंस द्वारा किया गया है।
Flex fuel: a new option
फ्लेक्स फ्यूल एक वैकल्पिक ईंधन है, जिसमें पेट्रोल, इथेनॉल और मेथनॉल का मिश्रण होता है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी पेट्रोल की खपत को कम करने के लिए फ्लेक्स फ्यूल वाले वाहनों को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है। वर्तमान में, भारत सरकार ने E20 फ्लेक्स फ्यूल की बिक्री को अनुमति दी है, जिसमें 80% पेट्रोल और 20% इथेनॉल होता है। सरकार की योजना 100% इथेनॉल से चलने वाले वाहनों को बढ़ावा देने की है।
Market moving towards 100% ethanol
मारुति सुजुकी और टीवीएस जैसी कंपनियां पहले से ही 100% इथेनॉल से चलने वाले वाहनों को पेश कर चुकी हैं। इससे साफ है कि आने वाले समय में 80-100% इथेनॉल या फ्लेक्स फ्यूल पर चलने वाले वाहन पेट्रोल और डीजल के वाहनों को प्रतिस्थापित करेंगे। ब्राजील और अन्य दक्षिण अमेरिकी देशों में E80/100 फ्यूल की खपत अधिक है, जिससे इन देशों में फ्लेक्स फ़्यूल बाइक्स का विकास करना व्यावहारिक हो सकता है।
बजाज ऑटो का कहना है कि Pulsar NS160 फ्लेक्स फ्यूल पर चलती है, जो इथेनॉल और पेट्रोल के मिश्रण का उपयोग करती है। हालाँकि, बाइक के अन्य विवरणों का अभी खुलासा नहीं हुआ है। बजाज ऑटो के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज ने हाल ही में बताया कि इथेनॉल से चलने वाली बाइक मार्च 2025 तक लॉन्च की जा सकती है।
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Technical Features
बजाज पल्सर NS160 में 160.3 सीसी की क्षमता का सिंगल-सिलिंडर इंजन है, जो 17.2PS की पावर और 14.6Nm का टॉर्क जनरेट करता है। सस्पेंशन में टेलिस्कोपिक फोर्क और मोनोशॉक शामिल हैं, जबकि ब्रेकिंग के लिए 300 मिमी का फ्रंट डिस्क ब्रेक और 230 मिमी का रियर डिस्क ब्रेक लगाया गया है।
बजाज ऑटो का यह कदम न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक सकारात्मक पहल है। फ्लेक्स फ्यूल तकनीक का बढ़ता प्रचलन भारत में ईंधन के विकल्पों को विविधता प्रदान करेगा, जिससे भविष्य में स्वच्छ ऊर्जा की ओर कदम बढ़ाना संभव हो सकेगा।